हॉर्मोन की दवाओं और क्रीमों से अपने स्तन कैसे बड़े करें

दुनिया में कई महिलाएं अपने स्तनों के आकार से असंतुष्ट हैं। नतीजतन, ऐसी महिलाओं में असुरक्षा की भावनाएँ घर बना लेती हैं और वे अपनी सुंदरता और कामुकता पर संदेह करने लगती हैं।

छोटे स्तन कोई दोष नहीं होते। स्तनों के आकार से उनके मुख्य काम पर कोई असर नहीं होता, अर्थात, बच्चा होने के बाद उनमें दूध बनने में कोई कमी नहीं होती। लेकिन, स्तन सिर्फ महिलाओं का एक अंग मात्र नहीं होते, ये आकर्षण, कामुकता और नारीत्व का प्रतीक होते हैं।

क्या बिना प्लास्टिक सर्जरी के अपने स्तन बड़े करना संभव है?

प्राकृतिक रूप से स्तनों में वृद्धि केवल 16 से 20 साल की लड़कियों में ही हो सकती है और इसके बाद वृद्धि या तो बहुत कम होती है या नहीं होती।

ममरी ग्रंथियों की वृद्धि में मदद करने के लिए आपके हॉर्मोनों पर असर डालना बहुत जरूरी है, खासकर, एस्ट्रोजन हॉर्मोन पर, जो स्तन वृद्धि और विकास को उत्प्रेरित करता है।

वे कौन से हॉर्मोन हैं जिनसे स्तन बड़े करने में मदद मिलती है?

स्तन वृद्धि के सभी प्रोडक्ट असरदार नहीं होते। सबसे असरदार प्रोडक्ट वे होते हैं जिनमें निम्नलिखित हॉर्मोन हों:

  •  प्रोजेस्टेरोन, जो गर्भावस्था का हॉर्मोन है और ममरी ग्रंथियों की वृद्धि में योगदान देता है;
  •  स्तनो के बनने और उनकी वृद्धि के लिए एस्ट्रोजन उत्तरदाई होता है लेकिन इसका स्तर ज़्यादा होने से उल्टा असर भी हो सकता है और ममरी ग्रंथियों की बढ़त रुक जाती है।
  •  प्रोलैक्टीन एक ऐसा हॉर्मोन है जो स्तनों को दुग्धपान के लिए तैयार करता है और उनका आकार बड़ा कर देता है।

वे कौन से हॉर्मोन हैं जिनसे स्तन बड़े करने में मदद मिलती है?

स्तन वृद्धि पर एस्ट्रोजन का क्या असर होता है?

मासिक धर्म के दौरान, नारी शरीर में कई चक्रिक बदलाव आते हैं। अंडोत्सर्ग वह चरण होता है जिसमें एस्ट्रोजन स्तर अधिकतम होता है और स्तनों के उत्तक बड़े करने में मदद करता है। इसलिए मासिक धर्म के दौरान बड़े स्तन और अंडोत्सर्ग और कुछ नहीं, ज़्यादा रक्त प्रवाह और उत्तकों के फूल जाने के कारण बस होते हैं। यदि गर्भधारण नहीं हो तो ये लक्षण चले जाते हैं।

एस्ट्रोजन के स्तर के अलावा, स्तनों का आकार भी नियमित सेक्स सम्बन्धों और ममरी ग्रंथियों में चर्बी की मात्रा से भी प्रभावित होता है। यह कोई रहस्य नहीं है कि यदि आपके शरीर का आकार बढ़ जाएगा तो स्तन बड़े हो जाएंगे; वहीं वजन कम होने से लचक कम हो जाती है और ममरी ग्रंथियां छोटी हो जाती हैं।

आज की दुनिया में एस्ट्रोजन युक्त कई तरह की जैल, क्रीमें और गोलियां आती हैं। इन दवाओं में कई बार फाइटोहॉर्मोन और कृत्रिम एस्ट्रोजन होते हैं। इन्हें पौधों, सोयाबीन और अनाजों से निकाला जाता है।

स्तन बढ़ाने वाली एस्ट्रोजन हॉर्मोन युक्त दवाएं

  •  फेमोस्टोन;
  •  प्रेमारिन;
  •  एस्टोजेल;
  •  डिविजेल;
  •  डायान -35

बिना डॉक्टर की सलाह के स्तन बड़े करने के उत्पाद लेने की सख्त मनाही होती है। स्तन बड़े करने के उत्पाद।

आज, स्तन बड़े करने के कई प्रोडक्ट उपलब्ध हैं, जैसे डाइटरी सप्लिमेंट जिनके उत्पादक स्तनों के आकार में क्रमशः लेकिन प्रभावशील वृद्धि का वादा करते हैं।

इनमें हर्बल फॉर्मूला होते हैं जो स्तनों की वृद्धि उत्प्रेरित करते हैं। यह महिला हॉर्मोनों के एनालॉग उपयोग करने से होता है।

उदाहरण के लिए, खास तरह की क्रीमें और जैल रक्त प्रवाह को सामान्य करके स्तनों की त्वचा अच्छी कर देती हैं। एक उदाहरण है Bust Full cream. मेसोथेरेपी से भी ऐसा ही असर देखने को मिलता है।

स्तन बड़े करने की क्रीमें और गोलियां: कार्य प्रणाली

स्तन बड़े करने के अन्य तरीकों में शामिल हैं पीलिंग, समुद्री पौधों के बॉडी रैप, चीनी मिट्टी के इलाज, आदि।

ये सभी बाहरी रूप से काम करते हैं जिससे स्तनों के आंतरिक ऊतक प्रभावित नहीं होते। ऐसे प्रोडक्ट्स के अधिकतर रिव्यू कहते हैं कि इनके प्रभाव या तो नगण्य होते हैं या अल्प समय तक ही टिकते हैं।

स्तन बड़े करने की क्रीमें और गोलियां: कार्य प्रणाली

ये दवाएँ एस्ट्रोजन के माध्यम से ममरी ग्रंथियों के ऊतकों के पुनर्निर्माण के लिए बनाई जाती हैं। नारी स्तनों में ऐसे खास रिसेप्टर होते हैं जो गर्भनिरोधक गोलियों के एंजाइम अवशोषित कर सकते हैं। पेट और नितंबों में भी ऐसे रिसेप्टर होते हैं।

स्तन बड़े करने के हॉर्मोनल प्रोडक्ट कितने असरदार होते हैं?

महिलाओं की पुरानी बीमारियों को ठीक करने के लिए हॉर्मोनों से सम्पूर्ण स्वास्थ्य भी अच्छा होता है और इनसे कामुकता और आकर्षण पर भी सकारात्मक असर होता है। इनका एक असर स्तन वृद्धि भी होता है। गर्भनिरोधक दवाओं से मासिक धर्म का दर्द कम करने और उन्हें सामान्य करने में मदद मिलती है।

हॉर्मोनल दवाओं के कई लाभ होते हैं:

  •  इनसे स्तन कम से कम 2 साइज़ बढ़ जाते हैं;
  •  इनका असर तुरंत शुरू हो जाता है;
  •  इनसे अवांछित गर्भधारण रुकता है;
  •  इनसे न सिर्फ स्तन बड़े और ज़्यादा गोल हो जाते हैं, बल्कि बालों की परिस्थिति भी अच्छी होकर त्वचा जीवंत और लचकदार हो जाती है।

क्या ये दवाएँ सुरक्षित हैं?

स्तन वृद्धि के लिए उपयोग की जाने वाली हॉर्मोन थेरेपी महिला स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षित होती है। ऐसी दवाओं का पूरे स्वास्थ्य पर अच्छा असर होता है। हॉर्मोन के क्रैम विषैले तो नहीं होते लेकिन शरीर के निजी गुण-धर्मों के आधार पर इनके साइड-इफेक्ट हो सकते हैं।

यदि किसी महिला को हॉर्मोनल गोलियों या क्रीमों से अपने स्तन बड़े करने हों तो उसे संभावित दुष्प्रभावों से सावधान रहना चाहिए:

  •  शरीर के वजन में बदलाव;
  •  माइग्रेन,डिप्रेशन,तनाव;
  •  निद्रा के विकार;
  •  नर्वस विकार;
  •  सरदर्द;
  •  पाचन तंत्र की समस्याएँ;
  •  अस्थिर रक्तचाप;
  •  एलर्जी।

यह भी ध्यान रखें कि ज़्यादा शराब पीने, धूम्रपान करने, एंटीडिप्रेसेंट, ट्रैंकुईलाइज़र और एंटीबायोटिक लेने से हॉर्मोन का असर कम हो सकता है।

क्या ये दवाएँ सुरक्षित हैं?

हर्बल उत्पाद और फाइटोएस्ट्रोजन

फाइटोएस्ट्रोजन ऐसे पदार्थ हैं जो मूलतः हर्बल होते हैं। इनके एक बार शरीर के अंदर चले जाने के बाद ये सक्रिय हॉर्मोन की तरह काम करने लगते हैं। ये पदार्थ अनाजों, सोया, अनार, गाजर, कैमोमाइल फूल, पत्तागोभी और अन्य औषधीय पौधों में पाए जाते हैं।

हाँ, शरीर पर फाइटोजन का असर प्राकृतिक एस्ट्रोजन की तरह शक्तिशाली नहीं होता। ये हॉर्मोन का स्वस्थ स्तर वापस ले आते हैं, ट्यूमर आने से रोकते हैं, लेकिन इनका असर इतना तीव्र नहीं होता कि ये ममरी ग्रंथियों के आकार को बदल दें। हर्बल दवाएँ केवल स्तनों के आकार को बेहतर करने के काम आ सकती हैं। इनके नियमित उपयोग से ये स्तनों को ज़्यादा आकर्षक, उठे हुए और लचकदार बनाते हैं।

यह न भूलें कि आपके लिए सही दवाएँ आपके डॉक्टर की चुन सकते हैं, इसलिए अपनी मर्जी से कोई भी दवाएँ न लें सबसे पहले आपको अपने शरीर में हॉर्मोन स्तर पता करने के लिए रक्त परीक्षण करवाने होंगे।

स्तन बड़े करने की क्रीमें, जैल और गोलियां

आधुनिक फार्मास्यूटिकल उद्योग में कई तरह की दवाएँ उपलब्ध हैं। हम सबसे लोकप्रिय दवाओं पर थोड़ा नज़र डालते हैं।

  1. यास्मिन एक गर्भनिरोधक दावा है। यह एक हॉर्मोनल प्रोडक्ट है जिसमें एस्ट्रोजन होता है। गर्भनिरोधक प्रभाव के अलावा इसके अतिरिक्त लाभ भी होते हैं: इसमें ड्रॉसपिरेनोन होता है जो वजन बढ़ने और सूजन में कमी करके वसा उत्तकों को सामान्य कर देता है। आपको गर्भावस्था और स्तनपान कराते समय यास्मिन नहीं लेना चाहिए।
  2. डेसोजेस्ट्रेल एक गर्भनिरोधक दवा है। इससे स्तन बड़े करने में मदद मिलती है। इस दवा में महिला सेक्स हॉर्मोनों के कृत्रिम रूप होते हैं। इसे लेने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह लें।
  3. जीनाइन एक हॉर्मोनल गर्भनिरोधक दवा है जो डेसोगेस्ट्रेल जैसी ही होती है। इसे उपयोग करने के पहले चिकित्सकीय सलाह लें।
  4. डीनोजेस्ट एक संयुक्त दवा है। इसके सक्रिय एंजाइम को गेस्टोजेन कहते हैं। इस दवा से एंडोमेट्रियोसिस ऊतकों की तेजी से वृद्धि होती है, इसलिए इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
  5. Bust full एक ऐसी दवा है जिसे जर्मन, स्वीडीश और फ्रेंच कोस्मेटोलॉजिस्ट्स द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया था। इसमें प्यूरारिया मिरीफ़ीका एक्सट्रैक्ट (थाई जड़) होता है जिसमें फाइटोजेन होते हैं जो एस्ट्रारेडियोल जैसे होते हैं। इससे स्तन उठ जाते हैं, स्तनों का साइज़ बड़ा हो जाता है और नाखूनों, बालों, हड्डियों और त्वचा की परिस्थिति सुधर जाती है। इसे छः माह के लिए उपयोग करना चाहिए। इलाज मासिक धर्म के पहले दिन से शुरू हो जाना चाहिए: इसे दिन में 4 बार कुछ खाने के समय लेना चाहिए। दो हफ़्तों के बाद आपको थोड़ा रुकना होता और इसके बाद मासिक धर्म के पहले दिन से फिर से शुरू करना होगा।
  6. Push Up Natural को नीदरलैंड में बनाया गया था। इसमें हर्बल घटक होते हैं। यह स्तनों को पोषण देकर उन्हें लचकदार, सुंदर और उठे हुए बनाती है। दिन में कुछ खाने के साथ 5 बार गोलियां लें और अच्छी मात्रा में पानी पिएँ (1.5 से 2 लीटर प्रतिदिन तक पानी पिएँ)।

हर्बल दवाएँ

चलिए स्तन वृद्धि की लोकप्रिय हर्बल दवाओं पर एक नज़र डालते हैं।

  • Bust full cream में प्यूरेरिया मिरीफीका पाउडर होता है। लाभ: मासिक चक्र का स्थिर हो जाना, सामान्य स्वास्थ्य में बेहतरी, खासकर रजोनिवृत्ति के बाद, और स्तन वृद्धि। यही नहीं, इससे ओस्टियोपोरोसिस की रोकथाम भी होती है। और अच्छी नतीजों के लिए 4 माह के कोर्स की सलाह दी जाती है।

 

  • Maxi कैप्सूलों में प्यूरेरिया मिरीफ़ीका एक्सट्रैक्ट, सोया आइसोफ्लेवोनोइड और हॉप्स होते हैं। दिन में 4 कैप्सूल रोज लें; कोर्स की अवधि 3 माह होती है।
  • सोया आइसोफ्लेवोनोइड – इस दवा में सोया एक्सट्रैक्ट होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइटोएस्ट्रोजन होता है जिससे स्तन बड़े होने में मदद मिलती है।
  • फेमिनल एक ऐसी दवा है जिसमें लाल क्लोवर फूलों का सत्त होता है जिससे ममरी ग्रंथियां बड़ी हो जाती हैं। दिन में 1 बार 4 महीने या अधिक के लिए कैप्सूल लें। इसके कोर्स की अधिकतम अवधि 2 साल है।

हर्बल दवाएँ

निष्कर्ष

यह साफ है कि स्तन वृद्धि के सभी उत्पाद महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं। कुछ दवाओं से आपके स्तनों का आकार बढ़ सकता है लेकिन किसी चमत्कार की उम्मीद न करें। याद रखें, आपको जो भी नतीजे मिले हैं आपके दवा लेना बंद करते ही वे गायब होने लगेंगे। आज की तारीख तक प्लास्टिक सर्जरी ही एक ऐसा असरदार तरीका रहा है जो असरदार तरीके से जल्दी और स्थायी रूप से स्तन बड़े कर देता है। लेकिन सर्जरी करवाने से पहले आपको इसके पूरे लाभ और हानियों के बारे में सोचना होगा क्योंकि प्लास्टिक सर्जरी में कई जटिलताएँ होती हैं और इनके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

रिव्यू

फोरमों और वेबसाइटों पर कई रिव्यू पढ़ने के बाद यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि जिस भी महिला को अपने स्तन बड़े करने हो वह कुछ इस तरह की चीजें लिखती है, “मेरी डॉक्टर ने मुझे गर्भनिरोधक गोलियां लिख दीं, इससे ममरी ग्रंथियों के उत्तक बड़े हो गए: लेकिन जैसे ही ये गोलियां लेना बंद करो, स्तन अपने मूल साइज़ में वापस आ जाते हैं।“

कुछ महिलाओं ने यह भी बताया कि आप ऑपरेशन के बिना बड़े स्तन तभी पा सकती हैं जब आप कुछ अतिरिक्त किलो चढ़ा लें।

औषधीय पौधों के रिव्यू अलग-अलग तरह के आए हैं: कुछ महिलाएं कहती हैं कि इनके असर काफी अच्छे रहे हैं, वहीं कुछ महिलाएं मान चुकी हैं कि ये सब बकवास है और स्तन तभी बड़े हो सकते हैं जब उनके उत्तकों को अंदर से बदला जाए।

तो यह हमारा एक ऐसे विषय पर एक छोटा सा शोध था जो लगभग हर आधुनिक महिला के लिए प्रासांगिक होती। यह आपको निर्धारित करना है कि आप अपने स्तन कैसे बड़े करें और क्या आपको इन्हें बड़े करना है या नहीं। अपना ध्यान रखें और स्वस्थ रहें!

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